Hasinon Se To Bas Saheb

हसीनों से तो बस, साहब, सलामत दूर की अच्छी
ना इनकी दोस्ती अच्छी, ना इनकी दुश्मनी अच्छी

हसीनों से तो बस, साहब, सलामत दूर की अच्छी
ना इनकी दोस्ती अच्छी, ना इनकी दुश्मनी अच्छी
हसीनों से तो बस, साहब, सलामत दूर की अच्छी
ना इनकी दोस्ती अच्छी, ना इनकी दुश्मनी अच्छी
हसीनों से तो बस, साहब, सलामत दूर की अच्छी

पीले चेहरे हैं, मगर उन पे lipstick, powder
कार्टूनों की तरह आ रहे हैं ये नज़र
ये हैं शम'-ए-अंजुमन, देखो इनका बाँकपन
हुस्न की तौहीन है, अब खुले इनके बदन

ना इनका प्यार अच्छा है, ना इनकी बेरु़ख़ी अच्छी
हसीनों से तो बस, साहब, सलामत दूर की अच्छी
ना इनकी दोस्ती अच्छी, ना इनकी दुश्मनी अच्छी
हसीनों से तो बस, साहब, सलामत दूर की अच्छी

इनकी सूरत देख कर, इनकी हालत देख कर
मुस्कुरा देंगे, हुज़ूर, आप भी मुँह फेर कर
ये तो अपने आप की खुद उड़ाते हैं हँसी
एक तमाशे के सिवा कुछ नहीं ये ज़िंंदगी

अँधेरे जिस से शर्माएँ, नहीं वो रोशनी अच्छी
हसीनों से तो बस, साहब, सलामत दूर की अच्छी
ना इनकी दोस्ती अच्छी, ना इनकी दुश्मनी अच्छी
हसीनों से तो बस, साहब, सलामत दूर की अच्छी
ना इनकी दोस्ती अच्छी, ना इनकी दुश्मनी अच्छी
हसीनों से तो बस, साहब, सलामत दूर की अच्छी



Credits
Writer(s): Asad Bhopali, Ravi
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