Lekin Mohabbat Badi Hai

चुपचाप तू क्यूँ खड़ी है?
ये फ़ैसले की घड़ी है
चुपचाप तू क्यूँ खड़ी है?
ये फ़ैसले की घड़ी है

आ, दुनिया वालों से कह दें
वो चाहे माने ना माने
आ, दुनिया वालों से कह दें
वो चाहे माने ना माने

लेकिन मोहब्बत बड़ी है
ये फ़ैसले की घड़ी है
चुपचाप तू क्यूँ खड़ी है?

आ, मैं बुलाता हूँ तुझको
आ, तेरी मंज़िल यहाँ है
आ, मैं बुलाता हूँ तुझको
आ, तेरी मंज़िल यहाँ है

आ, दिल की बाज़ी लगी है
आ, दिल की बाज़ी लगी है
आ, प्यार का इम्तिहाँ है
ये आज़माइश कड़ी है

लेकिन मोहब्बत बड़ी है
ये फ़ैसले की घड़ी है
चुपचाप तू क्यूँ खड़ी है?

ਸੋਹਣੀ से और ਹੀਰ से मैंने सीखा करना प्यार
रोक नहीं पाएगी मुझको अब कोई दीवार

कल तुझसे जो दूर थी मैं...
कल तुझसे जो दूर थी मैं, बेबस थी, मजबूर थी मैं
जब गूँजा तेरा तराना, टूटा मेरा क़ैद-ख़ाना
ज़ंजीर टूटी पड़ी है

सच है, मोहब्बत बड़ी है
सच है, मोहब्बत बड़ी है
ये फ़ैसले की घड़ी है

है नाज़ ताक़त पे जिसको...
है नाज़ ताक़त पे जिसको, वो हर सितम आज़मा ले
इतना समझ ले ये दुनिया...
इतना समझ ले ये दुनिया, डरते नहीं प्यार वाले

'गर मौत आगे खड़ी है

सच है, मोहब्बत बड़ी है
ये फ़ैसले की घड़ी है

आ, दुनिया वालों से कह दें
वो चाहे माने ना माने

लेकिन मोहब्बत बड़ी है
ये फ़ैसले की घड़ी है
ये फ़ैसले की घड़ी है
सच है, मोहब्बत बड़ी है



Credits
Writer(s): Javed Akhtar, Laxmikant Kudalkar, Pyarelal Sharma
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link