Aajkal Hamse Roothe Hue Hai Sanam

आजकल हमसे रूठे हुए हैं सनम
आजकल हमसे रूठे हुए हैं सनम
प्यार में हो रहे हैं सितम पे सितम
लेकिन ख़ुदा की क़सम
होंगे जिस रोज़ हम आमने-सामने
होंगे जिस रोज़ हम आमने-सामने
सारे शिक़वे गिले दूर हो जाएँगे
आजकल हमसे रूठे हुए हैं सनम

उनके हर नाज़ की हमने तारीफ़ की
उनके हर नाज़ की हमने तारीफ़ की
शुक्रिया भी न कहने की तक़लीफ़ की
हमने देखा तो परदे में वो छुप गए
हमने देखा तो परदे में वो छुप गए
क्या पता था वो मग़रूर हो जाएँगे
आजकल हमसे रूठे हुए हैं सनम
आजकल हमसे रूठे हुए हैं सनम

खूबसूरत है वो और मासूम है
खूबसूरत है वो और मासूम है
अब ये बातें कहाँ उनको मालूम है
जो फ़साने फ़क़त अपने होटों पे हैं
जो फ़साने फ़क़त अपने होटों पे हैं
हर गली में ये मशहूर जो जायेंगे
आज कल हमसे रूठे हुए हैं सनम
आज कल हमसे रूठे हुए हैं सनम

हमको अपनी निगाहों पे है ऐतबार
हमको अपनी निगाहों पे है ऐतबार
एक दिन उनको कर देंगे हम बेक़रार
जिस तरह हम मुहब्बत में मजबूर हैं
जिस तरह हम मुहब्बत में मजबूर हैं
इस तरह वो भी मजबूर हो जाएँगे

आजकल हमसे रूठे हुए हैं सनम
प्यार में हो रहे है सितम पे सितम
होंगे जिस रोज़ हम आमने सामने
होंगे जिस रोज़ हम आमने सामने
सारे शिकवे गीले दूर हो जायेंगे
आज कल हमसे रूठे हुए हैं सनम



Credits
Writer(s): Anand Bakshi, Anandji V Shah, Kalyanji Virji Shah
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