Khai Hai Re Hum Ne Qasam (From "Talash")

लता जी कहती हैं कि जब मैं छोटी सी थी
अपने बचपन में पैसे जमा किया करती थी
लेकिन अब मैं बड़ी हो गई हूँ, और बड़े होने के बाद
मैं अच्छी-अच्छी बातें जमा करती हूँ

उन्होंने बताया कि एक बार
राधा जी ने कृष्ण जी से कहा
कि अगर आप मुझसे प्रेम करते हैं
तो मुझसे शादी क्यूँ नहीं कर लेते?
कृष्ण जी मुस्कुराए और कहने लगे (खाई है रे)
शादी के लिए तो दो ज़रूरी हैं ना (हम ने क़सम)
हम दो कहाँ हैं? एक ही तो हैं (संग रहने की)

आएगा रे उड़ के मेरा हंस परदेसी
खाई है रे हम ने क़सम संग रहने की
आएगा रे उड़ के मेरा हंस परदेसी

पहला मिलन मोसे नहीं रे सजन का
रहेगा सदा मिलना धरती-गगन का
पहला मिलन मोसे नहीं रे सजन का
रहेगा सदा मिलना धरती-गगन का

युग से वो है मेरा...
युग से वो है मेरा, मैं उसकी रे

खाई है रे हम ने क़सम संग रहने की
आएगा रे उड़ के मेरा हंस परदेसी

ऐसे तो नहीं उसके रंग में ढली मैं
पिया अंग लग-लग के भई साँवली मैं
ऐसे तो नहीं उसके रंग में ढली मैं
पिया अंग लग-लग के भई साँवली मैं

मेरे तन पे छाँव है...
मेरे तन पे छाँव है उसी की रे

खाई है रे हम ने क़सम संग रहने की
आएगा रे उड़ के मेरा हंस परदेसी

...हंस परदेसी
...मेरा हंस परदेसी



Credits
Writer(s): Majrooh Sultanpuri, S.d. Burman
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