Chalo Man Vrindavan Ki Aur

चलो मन वृंदावन की ओर
चलो मन वृंदावन की ओर
कण-कण में भगवान बसे जहाँ
कण-कण में भगवान बसे जहाँ

बोले सुंदर मोर
चलो मन वृंदावन की ओर
चलो मन वृंदावन की ओर

पूर्व जन्म के पुण्य कर्म से ये दुर्लभ तन पाया
लोभ मोह की मृग तृष्णा में नाहक जनम गँवाया
पूर्व जन्म के पुण्य कर्म से ये दुर्लभ तन पाया
लोभ मोह की मृग तृष्णा में नाहक जनम गँवाया
ये दुनियाँ है मायानगरी, साँचा नंद किशोर

चलो मन वृंदावन की ओर
चलो मन वृंदावन की ओर
कण-कण में भगवान बसे जहाँ
कण-कण में भगवान बसे जहाँ

बोले सुंदर मोर
चलो मन वृंदावन की ओर
चलो मन वृंदावन की ओर

जनम लिया देवकी कोख में, जसुमति को कहे मैया
तिलकारी से सब ही रिझावे बलदाऊं को भैया
जनम लिया देवकी कोख में, जसुमति को कहे मैया
तिलकारी से सब ही रिझावे बलदाऊं को भैया
धन्य भूमि वो जहाँ बने नारायण माखन चोर

चलो मन वृंदावन की ओर
चलो मन वृंदावन की ओर

बाल क्रियाओं से गोकुल को मंत्र मुग्ध कर डाला
आई जवानी दो गोपिन संग, झूलें प्रेम हिन्डोला
बाल क्रियाओं से गोकुल को मंत्र मुग्ध कर डाला
आई जवानी दो गोपिन संग, झूलें प्रेम हिन्डोला
बन सारथ, पारथ के धामी, धर्मयुद्ध की डोर

चलो मन वृंदावन की ओर
चलो मन वृंदावन की ओर
कण-कण में भगवान बसे जहाँ
कण-कण में भगवान बसे जहाँ

बोले सुंदर मोर
चलो मन वृंदावन की ओर
चलो मन वृंदावन की ओर
चलो मन वृंदावन की ओर



Credits
Writer(s): Anup Jalota, R. S. Yadav
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