Zamane Men Aji Aise Koi Nadan Hota

आ, आ-आ

ज़माने में अजी ऐसे कई नादान होते हैं
ज़माने में अजी ऐसे कई नादान होते हैं
ज़माने में अजी...
नादान होते हैं

वहाँ ले जाते हैं कश्ती
वहाँ ले जाते हैं कश्ती
वहाँ ले जाते हैं कश्ती, जहाँ तूफ़ान होते हैं
ज़माने में अजी ऐसे कई नादान होते हैं

शमा की बज़्म में आ कर ये परवाने समझते हैं
ये परवाने समझते हैं
यहीं पर उम्र गुज़रेगी ये दीवाने समझते हैं
मगर एक रात के, हाँ-हाँ
मगर एक रात के ये तो फ़क़त मेहमान होते हैं
मगर एक रात के ये तो फ़क़त मेहमान होते हैं

मोहब्बत सबकी महफ़िल में शमा बन कर नहीं जलती
शमा बन कर नहीं जलती
हसीनों की नज़र सब पे छुरी बन कर नहीं चलती
जो हैं तक़दीर वाले, हाँ
जो हैं तक़दीर वाले बस वही क़ुर्बान होते हैं
जो हैं तक़दीर वाले बस वही क़ुर्बान होते हैं

वहाँ ले जाते हैं कश्ती, जहाँ तूफ़ान होते हैं
जहाँ में...

डुबो कर दूर साहिल से नज़ारा देखने वाले
नज़ारा देखने वाले
लगा कर आग चुप के से तमाशा देखने वाले
तमाशा आप बनते, हाँ
तमाशा आप बनते हैं तो क्यूँ हैरान होते हैं
तमाशा आप बनते हैं तो क्यूँ हैरान होते हैं

वहाँ ले जाते हैं कश्ती, जहाँ तूफ़ान होते हैं



Credits
Writer(s): Anand Bakshi, Kudalkar Laxmikant, Pyarelal Ramprasad Sharma
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