Hum Intezar Karenge Tera Qyamat Tak

हम इंतज़ार करेंगे तेरा क़यामत तक
ख़ुदा करे कि क़यामत हो और तू आए
हम इंतज़ार करेंगे

ये इंतज़ार भी एक इम्तिहां होता है
इसी से इश्क़ का शोला जवां होता है
ये इंतज़ार सलामत हो और तू आए
ख़ुदा करे कि क़यामत हो और तू आए
हम इंतज़ार करेंगे

बिछाए शौक़ से, सिजदे वफ़ा की राहों में
खड़े हैं दीप की हसरत लिए निगाहों में
क़ुबूल-ए-दिल की इबादत हो और तू आए
ख़ुदा करे कि क़यामत हो और तू आए
हम इंतज़ार करेंगे

वो ख़ुशनसीब है जिसको तू इंतख़ाब करे
ख़ुदा हमारी मोहब्बत को क़ामयाब करे
जवां सितारा-ए-क़िस्मत हो और तू आए
ख़ुदा करे कि क़यामत हो और तू आए
हम इंतज़ार करेंगे



Credits
Writer(s): Roshan, Ludiavani Sahir
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