Woh Sadgi Kahen Ise

वो "सादगी" कहें इसे, "दीवानगी" कहें
वो "सादगी" कहें इसे, "दीवानगी" कहें
उनका बढ़ा जो हाथ यहाँ, दिल लुटा दिया
उनका बढ़ा जो हाथ यहाँ, दिल लुटा दिया

पहले-पहले के दर्द की लज़्ज़त ना पूछिए
पहले-पहले के दर्द की लज़्ज़त ना पूछिए
लज़्ज़त ना पूछिए

उठी जो दिल में हूक तो मैं मुस्कुरा दिया
उठी जो दिल में हूक तो मैं मुस्कुरा दिया
उनका बढ़ा जो हाथ यहाँ, दिल लुटा दिया
उनका बढ़ा जो हाथ यहाँ, दिल लुटा दिया

ये कौन सोचता है कि सज्दा क़ुबूल हो
ये कौन सोचता है कि सज्दा क़ुबूल हो
सज्दा क़ुबूल हो

ये कौन देखता है, कहाँ सर झुका दिया
ये कौन देखता है, कहाँ सर झुका दिया
उनका बढ़ा जो हाथ यहाँ, दिल लुटा दिया
उनका बढ़ा जो हाथ यहाँ, दिल लुटा दिया

आँचल की ओट हो कि ना हो अब नसीब में
आँचल की ओट हो कि ना हो अब नसीब में
अब नसीब में

मैंने चराग़ आज हवा में जला दिया
मैंने चराग़ आज हवा में जला दिया
उनका बढ़ा जो हाथ यहाँ, दिल लुटा दिया
उनका बढ़ा जो हाथ यहाँ, दिल लुटा दिया

वो "सादगी" कहें इसे, "दीवानगी" कहें
वो "सादगी" कहें इसे, "दीवानगी" कहें
उनका बढ़ा जो हाथ यहाँ, दिल लुटा दिया
उनका बढ़ा जो हाथ यहाँ, दिल लुटा दिया



Credits
Writer(s): Ghulam Mohammed, Kaifi Azmi
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