Subhanallah Haseen Chehra - From "Kashmir Ki Kali"

सुब्हान-अल्लाह, हाय, हसीं चेहरा, हाय
सुब्हान-अल्लाह, हसीं चेहरा, ये मस्ताना अदाएँ
ख़ुदा महफ़ूज़ रखे हर बला से, हर बला से

तुम्हें देखा, होय, तो दिल बोला, होय
तुम्हें देखा तो दिल बोला कि तुम को दूँ दुआएँ
ख़ुदा महफ़ूज़ रखे हर बला से, हर बला से

करे पूजा ज़माना जिसकी वो तस्वीर हो तुम
मिला करती है जन्नत जिससे वो तक़दीर हो तुम
मिला करती है जन्नत जिससे वो तक़दीर हो तुम

कमर पतली, हाय, नज़र बिजली, हाय
कमर पतली, नज़र बिजली, हैं ज़ुल्फ़ें या घटाएँ?
ख़ुदा महफ़ूज़ रखे हर बला से, हर बला से

सुब्हान-अल्लाह, हसीं चेहरा, ये मस्ताना अदाएँ
ख़ुदा महफ़ूज़ रखे हर बला से, हर बला से

ना जाने किस की क़िस्मत में है मुखड़ा चाँद सा ये
ना जाने किस के घर चमकेगा टुकड़ा चाँद का ये
ना जाने किस के घर चमकेगा टुकड़ा चाँद का ये

इजाज़त हो, हाय, तो फिर हम भी, हाय
इजाज़त हो तो फिर हम भी मुक़द्दर आज़माएँ
ख़ुदा महफ़ूज़ रखे हर बला से, हर बला से

सुब्हान-अल्लाह, हसीं चेहरा, ये मस्ताना अदाएँ
ख़ुदा महफ़ूज़ रखे हर बला से, हर बला से



Credits
Writer(s): O.p. Nayyar, S.h. Bihari
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