Aitbaar Nahi Karna (From "Qayamat")

मैं उसके लिए मर चुकी हूँ
वो भी आपकी यादों में पल-पल मर रहा है
तो कह दो उसे कि उन यादों की चिता बना के जला दे
उस चिता से उठता धुआँ भी आपके प्यार का ही होगा

ऐतबार नहीं करना, इंतज़ार नहीं करना
ऐतबार नहीं करना, इंतज़ार नहीं करना
हद से भी ज़्यादा तुम किसी से प्यार नहीं करना
हद से भी ज़्यादा तुम किसी से प्यार नहीं करना

इक़रार नहीं करना, जाँ निसार नहीं करना
हद से भी ज़्यादा तुम किसी से प्यार नहीं करना
हद से भी ज़्यादा तुम किसी से प्यार नहीं करना

मंज़िलें बिछड़ गईं, रास्ते भी खो गए
आएँ फिर ना लौट के जो दीवाने हो गए
चाहतों की बेबसी, दूरियों के ग़म मिले
बेक़रारियाँ मिली, चैन, यार, कम मिले

बेक़रार नहीं करना, इंतज़ार नहीं करना
हद से भी ज़्यादा तुम किसी से प्यार नहीं करना
हद से भी ज़्यादा तुम किसी से प्यार नहीं करना

कोई तो वफ़ा करे, कोई तो जफ़ा करे
किसको है पता यहाँ कौन क्या ख़ता करे
ऐसा ना हो इश्क़ में कोई दिल को तोड़ दे
बीच राह में, सनम, तेरा साथ छोड़ दे

इज़हार नहीं करना, इंतज़ार नहीं करना
हद से भी ज़्यादा तुम किसी से प्यार नहीं करना
हद से भी ज़्यादा तुम किसी से प्यार नहीं करना

ऐतबार नहीं करना, (इंतज़ार नहीं करना)
हद से भी ज़्यादा तुम किसी से प्यार नहीं करना
हद से भी ज़्यादा तुम किसी से प्यार नहीं करना



Credits
Writer(s): Sameer
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