Rimjhim Rimjhim Dekho Baras Rahi

रिमझिम-रिमझिम देखो बरस रही है रात
प्यार से जो थामा है तुमने मेरा हाथ रे
रिमझिम-रिमझिम देखो बरस रही है रात
प्यार से जो थामा है तुमने मेरा हाथ रे

प्यासी-प्यासी कब से तरस रही थी रात
आज कही है, जो कहनी थी बरसों पहले बात रे
प्यासी प्यासी कब से...

आज ये बरखा इतनी बरसे
सारी दुनिया जल-थल हो जाए
धरती और आकाश के दिल में
एक नई सी हलचल हो जाए

आगे-आगे हम-तुम, पीछे बूँदों की बारात रे
प्यासी-प्यासी कब से तरस रही थी रात
आज कही है, जो कहनी थी बरसों पहले बात रे

रिमझिम-रिमझिम देखो बरस रही है रात
प्यार से जो थामा है तुमने मेरा हाथ रे
रिमझिम-रिमझिम देखो...

कल तक आँखें जो कहती थी
होंठों पर है आज वहीं अफ़साने
कुछ-कुछ मौसम दीवाना है
कुछ हम-तुम भी हैं दीवाने

कभी रुके ना, बरसे जाए ये पागल बरसात रे

रिमझिम-रिमझिम देखो बरस रही है रात
प्यार से जो थामा है तुमने मेरा हाथ रे



Credits
Writer(s): Rajinder Krishan, Rahul Dev Burman
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