Mera Kaun Sahara

मेरा कौन सहारा? मैं क़िस्मत का मारा
मेरा कौन सहारा? मैं क़िस्मत का मारा
आसमान से टूटा तारा बन के रहा बेचारा
मेरा कौन सहारा? मैं क़िस्मत का मारा

पग-पग गिरूँ, मैं क्या करूँ? कुछ भी समझ ना आए
भाग्य जो चले बस ना चले, कौन उसे समझाए?

जो समझे वो मुँह ना खोले, दुनिया कहे "आवारा"
मेरा कौन सहारा? मैं क़िस्मत का मारा

सब कुछ छूटा, प्यार भी रूठा, अब ना काम किसी का
है बाक़ी बस प्यास, तरस और घायल दिल प्रेमी का

प्यार चला एक प्यार को पाने, प्यार ही प्यार से हारा
मेरा कौन सहारा? मैं क़िस्मत का मारा

कहते हैं, ये प्यार है पूजा, ईश्वर रूप ये दूजा
इंसाँ यहाँ रोता-हँसता, दिल भी माने रखता

जीवन में दिल की भी जगह है, दिल जीवन की धारा
मेरा कौन सहारा? मैं क़िस्मत का मारा
मेरा कौन सहारा? मैं क़िस्मत का मारा

आसमान से टूटा तारा बन के रहा बेचारा
मेरा कौन सहारा? मैं क़िस्मत का मारा
मेरा कौन सहारा? मैं क़िस्मत का मारा



Credits
Writer(s): Laxmi Vasant, H.n Singh
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link