Dheere Se Muskura Ke

धीरे से मुस्कुरा के...
धीरे से मुस्कुरा के मेरे दिल को आवारा ना कर
इतने भी पास आ के ये अजब सा इशारा ना कर

मुझसे क्या चाहती, कुछ बता तो सही
मुझसे क्या चाहती, कुछ बता तो सही
यूँ नज़र से पुकारा ना कर
धीरे से मुस्कुरा के मेरे दिल को आवारा ना कर

तेरे लबों की महकीं बहारें
इस दिल को छू के गुज़रने लगीं
प्यार से तूने देखा यूँ मुझको
बेकल उमंगें सँवरने लगीं

अब ये सितम तू दोबारा ना कर
धीरे से मुस्कुरा के मेरे दिल को आवारा ना कर
इतने भी पास आ के ये अजब सा इशारा ना कर

कहते हैं जिसको "इश्क़," मेरी जाँ
कहते हैं जिसको "इश्क़," मेरी जाँ
आसार उसका नज़र आ रहा
आँखों की नींदें, चैन ये दिल का
मेरा तो सब कुछ लूटा जा रहा

तीर-ए-नज़र मुझ पे मारा ना कर
धीरे से मुस्कुरा के मेरे दिल को आवारा ना कर
इतने भी पास आ के ये अजब सा इशारा ना कर

मुझसे क्या चाहती, कुछ बता तो सही
मुझसे क्या चाहती, कुछ बता तो सही
यूँ नज़र से पुकारा ना कर

धीरे से मुस्कुरा के मेरे दिल को आवारा ना कर
इतने भी पास आ के ये अजब सा इशारा ना कर



Credits
Writer(s): Nikhil-vinay, Faaiz Anwar
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