Soch Na Sake-Sab Tera

आँखों की हैं ये ख्वाहिशें कि चेहरे से तेरी ना हटें
नींदों में मेरी बस तेरे ख़्वाबों ने ली हैं करवटें

मैं तो तेरे रंग में रंग चुकी हूँ, बस तेरी बन चुकी हूँ
मेरा मुझमें कुछ नहीं, सब तेरा
मैं तो तेरे ढंग में ढल चुकी हूँ, बस तेरी बन चुकी हूँ
मेरा मुझमें कुछ नहीं, सब तेरा, सब तेरा

फिर दिल के रास्तों पे तेरी आहट जो हुई
हर धड़कन जश्न में है, ये इनायत जो हुई
जिस पल तू साथ मेरे उस पल में ज़िंदगी है
तुझे पा के पाया सब कुछ, कोई ख्वाहिश ही नहीं है

तेरे लिए दुनिया छोड़ दी है, तुझ पे ही साँस आ के रुके
मैं तुझको कितना चाहती हूँ, ये तू कभी सोच ना सके
तेरे लिए दुनिया छोड़ दी है, तुझ पे ही साँस आ के रुके
मैं तुझको कितना चाहती हूँ, ये तू कभी सोच ना सके

ਤੈਨੂੰ ਇਤਨਾ ਮੈਂ ਪਿਆਰ ਕਰਾਂ
एक पल में १०० बार ਕਰਾਂ
ਤੂੰ ਜਾਵੇ ਜੇ ਮੈਨੂੰ ਛੱਡ ਕੇ, ਮੌਤ ਦਾ ਇੰਤਜ਼ਾਰ ਕਰਾਂ

मैं तो तुझे मिल के जी उठी हूँ, तेरी धड़कन में छुपी हूँ
मेरा मुझमें कुछ नहीं, सब तेरा
मैं तो बस तुझसे ही बना हूँ, तेरे बिन मैं बेवजह हूँ
मेरा मुझमें कुछ नहीं, सब तेरा, सब तेरा



Credits
Writer(s): Rakesh Kumar Pal, Amal Israr Mallik, Sanjeev Chaturvedi, Abhijit Sharad Vaghani
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