Ghoongru Bandh Liye

मेरे लब पे था जिसका नाम
मेरे लब पे था जिसका नाम
किया जब उसने मुझे बदनाम

तो घुँघरू...
तो घुँघरू बाँध लिए, तो घुँघरू बाँध लिए
तो घुँघरू बाँध लिए, तो घुँघरू बाँध लिए
तो घुँघरू बाँध लिए, तो घुँघरू बाँध लिए

मेरी ज़ुल्फ़ का बादल जिसका था
मेरी आँख का काजल जिसका था
मेरी लाज का आँचल जिसका था
जीवन का हर पल जिसका था

थी जिसके लिए हर शाम
थी जिसके लिए हर शाम
किया जब उसने मुझे बदनाम

तो घुँघरू...
तो घुँघरू बाँध लिए, तो घुँघरू बाँध लिए
तो घुँघरू बाँध लिए, तो घुँघरू बाँध लिए
तो घुँघरू बाँध लिए, तो घुँघरू बाँध लिए

मुझे दुनिया क्या-क्या कहती थी
सब सुनती थी, चुप रहती थी
मेरी आँख की नदिया बहती थी
मैं जिसके लिए सब सहती थी

वही देने लगा इल्ज़ाम
हाँ, वही देने लगा इल्ज़ाम
किया जब उसने मुझे बदनाम

तो घुँघरू...
तो घुँघरू बाँध लिए, तो घुँघरू बाँध लिए
तो घुँघरू बाँध लिए, तो घुँघरू बाँध लिए
तो घुँघरू बाँध लिए, तो घुँघरू बाँध लिए

हालात से मैं घबराई नहीं
माहौल से मैं कतराई नहीं
अब इसमें कोई रुसवाई नहीं
सब ग्राहक हैं, कोई भाई नहीं

मेरे सब ने लगाए दाम
मेरे सब ने लगाए दाम
किया जब उसने मुझे बदनाम

तो घुँघरू...
तो घुँघरू बाँध लिए, तो घुँघरू बाँध लिए
तो घुँघरू बाँध लिए, तो घुँघरू बाँध लिए
तो घुँघरू बाँध लिए, तो घुँघरू बाँध लिए

मेरे लब पे था जिसका नाम
हाँ, मेरे लब पे था जिसका नाम
किया जब उसने मुझे बदनाम

तो घुँघरू...
तो घुँघरू बाँध लिए, तो घुँघरू बाँध लिए
तो घुँघरू बाँध लिए, तो घुँघरू बाँध लिए
तो घुँघरू बाँध लिए, तो घुँघरू बाँध लिए
तो घुँघरू बाँध लिए, तो घुँघरू बाँध लिए



Credits
Writer(s): Altaf Raja, Vaishnav Deva, Munawwar Rana
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