Gudgudi

अभी-अभी आँखों ने सीखा मटकना
अभी-अभी दाँतों ने सीखा चमकना
लगता है जैसे अभी-अभी इस दिल ने
सीखा दिल से हँसना

अभी-अभी बालों ने सीखा है खुलना
अभी-अभी दागों ने सीखा है धुलना
लगता है जैसे अभी-अभी इस दिल ने
सीखा दिल से हँसना

(गुदगुदी-गुदगुदी) करने लगी खिड़कियाँ
(गुदगुदी-गुदगुदी) करने लगी कुर्सियाँ
(गुदगुदी-गुदगुदी) करने लगा है हर नज़ारा

(गुदगुदी-गुदगुदी) करने लगी तितलियाँ
(गुदगुदी-गुदगुदी) करने लगी चिड़ियाँ
(गुदगुदी-गुदगुदी) करने लगा है हर नज़ारा

सरफिरी ज़िंदगी देखो कैसे सताए
बैठे-बैठे रुलाए, कभी दिल दुखाए
हैं मगर धड़कने मनचली क्या बताएँ?
छोटी-छोटी सी बातों पे खिल के हँसाए, Hahahaha

अभी-अभी खुशियों ने सीखा छलकना
अभी-अभी सीखा कमर ने लचकना
लगता है जैसे अभी-अभी इस दिल ने
सीखा दिल से हँसना

(गुदगुदी-गुदगुदी) करने लगी बिंदियाँ
(गुदगुदी-गुदगुदी) करने लगी चोटियाँ
(गुदगुदी-गुदगुदी) करने लगा है हर नज़ारा

(गुदगुदी-गुदगुदी) करने लगी सब्ज़ियाँ
(गुदगुदी-गुदगुदी) करने लगी रोटियाँ
(गुदगुदी-गुदगुदी) करने लगा है हर नज़ारा

(गुदगुदी-गुदगुदी) करने लगी खिड़कियाँ
(गुदगुदी-गुदगुदी) करने लगी कुर्सियाँ
(गुदगुदी-गुदगुदी) करने लगा है हर नज़ारा



Credits
Writer(s): Amit Trivedi, Kausar Munir
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link