Jaan Meri Rooth Gayee

अरे, जान मेरी रूठ गई, जाने क्यों हमसे
आफ़त में, आफ़त में पड़ गई जान
हो-हो,, जान मेरी रूठ गई, जाने क्यों हमसे
आफ़त में, hey, आफ़त में पड़ गई जान

अरे, लाख कहूँ, एक नहीं माने, क़सम से
आफ़त में, हाय, आफ़त में पड़ गई जान
हो-हो, जान मेरी रूठ गई रे

हो-हो, बन जाओ शोला या चिंगारी
छोडूँ नहीं मैं बाँह तुम्हारी
या ये तमाशा देखेगी दुनिया
या फिर मानो बात हमारी

लड़ना भी है तुमसे, सनम, मिलना भी तुमसे

आफ़त में, hey-hey, आफ़त में पड़ गई जान
हो-हो, जान मेरी रूठ गई रे

नाक पे ग़ुस्सा, आँखों में मस्ती
थोड़ी गरजती, थोड़ी बरसती
नाक पे ग़ुस्सा, आँखों में मस्ती
थोड़ी गरजती, थोड़ी बरसती

चूमन ले कोई ऐसी अदा पे
होंठों से चुप है, आँखों से हँसती

पीछे ही पड़ जाए, बचाओ...
पीछे ही पड़ जाए, बचाओ ऐसे सनम से

आफ़त में, आफ़त में पड़ गई जान
हो, लाख कहूँ, एक नहीं माने, क़सम से
आफ़त में, hey-hey, आफ़त में पड़ गई जान
हो-हो, जान मेरी मान गई, मान गई जान

आफ़त से, ओए-होए, आफ़त से बच गई जान
हो-हो, जान मेरी मान गई रे



Credits
Writer(s): Majrooh Sultanpuri, Nagrath Rajesh Roshan
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