Dushman Ko Bhi Seene Se Lagana Nahin Bhoole

दुश्मन को भी सीने से लगाना नहीं भूले
दुश्मन को भी सीने से लगाना नहीं भूले
हम अपने बुज़ुर्गों का ज़माना नहीं भूले
दुश्मन को भी सीने से लगाना नहीं भूले

तुम आँखों की बरसात बचाए हुए रखना
तुम आँखों की बरसात बचाए हुए रखना
कुछ लोग अभी आग लगाना नहीं भूले
कुछ लोग अभी आग लगाना नहीं भूले
दुश्मन को भी सीने से लगाना नहीं भूले

ये बात अलग, हाथ क़लम हो गए अपने
ये बात अलग, हाथ क़लम हो गए अपने
हम आपकी तस्वीर बनाना नहीं भूले
हम आपकी तस्वीर बनाना नहीं भूले
हम अपने बुज़ुर्गों का ज़माना नहीं भूले
दुश्मन को भी सीने से लगाना नहीं भूले

एक उम्र हुई, मैं तो हँसी भूल चुका हूँ
एक उम्र हुई, मैं तो हँसी भूल चुका हूँ
तुम अब भी मेरे दिल को दुखाना नहीं भूले
तुम अब भी मेरे दिल को दुखाना नहीं भूले
दुश्मन को भी सीने से लगाना नहीं भूले
हम अपने बुज़ुर्गों का ज़माना नहीं भूले
दुश्मन को भी सीने से लगाना नहीं भूले



Credits
Writer(s): Sagar Aazmi, Jagjit Singh
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