Duniya Mein Kitna Gham Hai - Duet

Mmm, दुनिया में कितना ग़म है, मेरा ग़म कितना कम है
दुनिया में कितना ग़म है, मेरा ग़म कितना कम है
लोगों का ग़म देखा तो मैं अपना ग़म भूल गई

दुनिया में कितना ग़म है, मेरा ग़म कितना कम है
लोगों का ग़म देखा तो मैं अपना ग़म भूल गया
दुनिया में कितना ग़म है, मेरा ग़म कितना कम है

कोई एक हज़ारों में शायद ही ख़ुश होता है
कोई किसी को रोता है, कोई किसी को रोता है
कोई किसी को रोता है, कोई किसी को रोता है

Hmm, घर-घर में ये मातम है, मेरा ग़म कितना कम है
दुनिया में कितना ग़म है, मेरा ग़म कितना कम है

इसका है रंग-रूप यही, इसको "जीवन" कहते हैं
कभी हँसी आ जाती है, कभी ये आँसू बहते हैं
कभी हँसी आ जाती है, कभी ये आँसू बहते हैं

दुख-सुख का ये संगम है, मेरा ग़म कितना कम है
दुनिया में कितना ग़म है, मेरा ग़म कितना कम है
लोगों का ग़म देखा तो मैं अपना ग़म भूल गया
दुनिया में कितना ग़म है, मेरा ग़म कितना कम है



Credits
Writer(s): Anand Bakshi, Kudalkar Laxmikant, Pyarelal Ramprasad Sharma
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