Bansuri Bajai Ke

क्या है इस बाँसुरिया में जो मुझमें नहीं, साँवरिया?

कभी होंठों से मुझे भी लगा ले
बाँसुरी बनाई के, हो, बाँसुरी बनाई के
बाँसुरी बनाई के, हो, बाँसुरी बनाई के

मैं तो गाऊँ...
ओ, मैं तो गाऊँ तेरे गीत, मेरे मीत
सारे जग को भुलाई के

कभी होंठों से मुझे भी लगा ले
बाँसुरी बनाई के, हो, बाँसुरी बनाई के
बाँसुरी बनाई के, हो, बाँसुरी बनाई के

ओ, तोरे संग नेहा लागा, तोरे रंग राखी
तोरे संग नेहा लागा, तोरे रंग राखी
बन-बन, द्वारे-द्वारे फिरूँ मदमादती

ओ, तुझमें ही...
तुझमें ही समा गई, मैं तेरे पास आई के

कभी होंठों से मुझे भी लगा ले
बाँसुरी बनाई के, हो, बाँसुरी बनाई के
बाँसुरी बनाई के, हो, बाँसुरी बनाई के

ओ, सारा जाग जान गया, राधा भयी श्याम की
सारा जाग जान गया, राधा भयी श्याम की
छेड़े तेरा नाम लेके सखियाँ सारे काम की

ओ, छलिया तूने...
छलिया तूने सुध ना लीनी बावरी बनाई के

कभी होंठों से मुझे भी लगा ले
बाँसुरी बनाई के, हो, बाँसुरी बनाई के
बाँसुरी बनाई के, हो, बाँसुरी बनाई के



Credits
Writer(s): Prem Dhawan, Anandji V Shah, Kalyanji Virji Shah
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