Ashaon Ki Laga Ke Siddi

आशाओं की लगा के सीढ़ी
तूने सहारा काट लिया

आशाओं की लगा के सीढ़ी
तूने सहारा काट लिया
भोर की लाली दिखा के तूने
किरणों को बे-नूर किया

नवजीवन का दीप जला के
नवजीवन का दीप जलाके
तूफ़ानों को सौंप दिया

तुम सोओ, हम जागें
तुमसे कुछ कहना बेकार है
तुम सोओ, हम जागें
तुमसे कुछ कहना बेकार है

दुख के गहरे सागर में
डूबा अपना संसार है



Credits
Writer(s): Milind, Sameer, Anand Anand
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link