Chale Ladkhada Ke

चले लड़खड़ा के, क़दम डगमगा के
नहीं होश उनको किसी बात का
चले लड़खड़ा के, क़दम डगमगा के
नहीं होश उनको किसी बात का
चले लड़खड़ा के

होंठों की लाली, पलकों के साए
होंठों की लाली, पलकों के साए
सागर में तन-मन डूबा सा जाए

बाँहों में ले लो, हाय, ज़ुल्फ़ों से खेलो
फ़िर रात ऐसी आए ना आए, ना आए, ना आए

पिला मुस्कुराके, निगाहें मिलाके
नहीं होश उनको किसी बात का, बात का
चले लड़खड़ा के

तेरे इंतज़ार में सपने देखे हैं क्या-क्या
तेरे इंतज़ार में सपने देखे हैं क्या-क्या
हो, दिल-ए-बेक़रार में अरमाँ मचले हैं क्या-क्या

ओ, दिलरुबा, आँखें मिला
आँखों से भी थोड़ी पिला, थोड़ी पिला, पिला, पिला

मुझे आज पाके, गले से लगा के
नहीं होश उनको किसी बात का
चले लड़खड़ा के

चेहरा गुलाबी, आँखें गुलाबी
चेहरा गुलाबी, आँखें गुलाबी
तू भी शराबी, हम भी शराबी

जितनी पिए हम, हाय, प्यास उतनी जागे, हाय
होके रहेगी दिल की ख़राबी, ख़राबी, ख़राबी

ये दिन हैं ख़ता के, ख़ता के, सज़ा के
नहीं होश उनको किसी बात का
चले लड़खड़ा के, क़दम डगमगा के
नहीं होश उनको किसी बात का, बात का
चले लड़खड़ा के



Credits
Writer(s): Madan Mohan, Kaifi Azmi
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