Koi Aa Jaye Bigdi Taqdeer Bana

आ जाए, कोई आ जाए

कोई आ जाए, कोई आ जाए
बिगड़ी तक़दीर बना जाए
उजड़ा संसार बसा जाए

कोई आ जाए, कोई आ जाए
बिगड़ी तक़दीर बना जाए
उजड़ा संसार बसा जाए
कोई आ जाए, कोई आ जाए

लाख बहारें देखी हैं इस बाग़ में मैंने आते-जाते
लाख बहारें देखी हैं इस बाग़ में मैंने आते-जाते
फिर भी कली ना दिल की खिली
फिर भी कली ना दिल की खिली
कोई आ कर इसे खिला जाए

कोई आ जाए, कोई आ जाए
बिगड़ी तक़दीर बना जाए
उजड़ा संसार बसा जाए
कोई आ जाए, कोई आ जाए

तूफ़ाँ से जो हरदम खेली
प्यार किया मझधार से जिसने
कश्ती है ये वो टूटी हुई
कश्ती है ये वो टूटी हुई
कोई आ कर पार लगा जाए

कोई आ जाए, कोई आ जाए
बिगड़ी तक़दीर बना जाए
उजड़ा संसार बसा जाए
कोई आ जाए, कोई आ जाए



Credits
Writer(s): Anandji V Shah, Kalyanji Virji Shah, P L Santoshi
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link