Bada Shaitan Hai, Pt. 2

बड़ा शैतान है दिल
अजी, बेईमान है दिल

Hey, बड़ा शैतान है दिल, अजी, बेईमान है दिल
ना जाने कब, किधर, किस पर मचल जाए, सँभलना
बड़ा शैतान है दिल, अजी, बेईमान है दिल
ना जाने कब, किधर, किस पर मचल जाए, सँभलना
बड़ा शैतान है दिल...

जाने कहाँ, किस मोड़ पे कोई हमें ऐसा मिले
जन्मों का जो साथी लगे, मिलते ही जो दिल छीन ले
कोई ना जाने, किस महफ़िल में वो महबूब मिले
दिल ना सँभले, नज़र-नज़र में ऐसे तीर चले

बड़ा नादान है दिल, अजी, शैतान है दिल
नज़र का तीर जाने किस पे चल जाए, सँभलना
बड़ा शैतान है दिल, अजी, बेईमान है दिल
ना जाने कब, किधर, किस पर मचल जाए, सँभलना
बड़ा शैतान है दिल...

रोके नहीं रुकता नहीं, बाँधे कभी बंधता नहीं
किस पर कहाँ आ जाए दिल, इसका नहीं कोई यक़ीं
कैसे-कैसे रंग ये बदले जब हो जाए जवाँ
इसमें क्या-क्या चलें आँधियाँ, जागें क्या तूफ़ाँ

अजी, तूफ़ान है दिल, hey, बड़ा शैतान है दिल
ना जाने कब, किधर, किस पर मचल जाए, सँभलना
बड़ा शैतान है दिल, अजी, बेईमान है दिल
ना जाने कब, किधर, किस पर मचल जाए, सँभलना

सँभलना



Credits
Writer(s): Mehra Prakash, Anandji V Shah, Kalyanji Virji Shah
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