Kaash Dil-E-Nadan

ऐ काश दिल-ए-नादाँ, ऐ काश दिल-ए-नादाँ
ऐसा ना किया होता, प्यार किया होता
सौदा ना किया होता, प्यार किया होता
सौदा ना किया होता ऐ काश दिल-ए-नादाँ

वादा वफ़ा का हमने किस मोड़ पे हैं तोड़ा
वादा वफ़ा का हमने किस मोड़ पे हैं तोड़ा
हँसते किसी चमन को वीरान करके छोड़ा
वीरान करके छोड़ा

मासूम किसी दिल को धोखा ना दिया होता
मासूम किसी दिल को धोखा ना दिया होता
प्यार किया होता, सौदा ना किया होता
ऐ काश दिल-ए-नादाँ

ख्वाबों के आशियाँ पे बिजली गिराई हमने
ख्वाबों के आशियाँ पे बिजली गिराई हमने
दौलत से मोहब्बत की किमत लगाई हमनें
किमत लगाई हमने

नीलाम मैं हुआ था, दिल तो ना बिका होता
नीलाम मैं हुआ था, दिल तो ना बिका होता
प्यार किया होता, सौदा ना किया होता
ऐ काश दिल-ए-नादाँ

इक बेज़ुबान दिल की दुनिया तबाह कर के
इक बेज़ुबान दिल की दुनिया तबाह कर के
लौटें है आज हम ये कैसा गुनाह कर के?
कैसा गुनाह कर के?

यूँ नाम मोहब्बत का रुसवा ना किया होता
यूँ नाम मोहब्बत का रुसवा ना किया होता
प्यार किया होता, सौदा ना किया होता
ऐ काश दिल-ए-नादाँ

ऐसा ना किया होता, प्यार किया होता
सौदा ना किया होता ऐ काश दिल-ए-नादाँ



Credits
Writer(s): Mehra Prakash, Anjan, Anandji V Shah, Kalyanji Virji Shah
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