Mere Diwanepan Ki Bhi Dawa Nahin

मेरे दीवानेपन की भी दवा नहीं
मेरे दीवानेपन की भी दवा नहीं
मैंने जाने क्या सुन लिया?
तूने तो कुछ कहा नहीं

मेरे दीवानेपन की भी दवा नहीं
मेरे दीवानेपन की भी दवा नहीं

मैं ये समझा मेरे दिल की कोई हसरत निकल गई
मैं ये समझा मेरे दिल की कोई हसरत निकल गई
तूने देखा मुझे ऐसे के तबियत मचल गई
वरना तेरे सर की कसम आदमी मैं बुरा नहीं

मेरे दीवानेपन की भी दवा नहीं
मेरे दीवानेपन की, हाए

बेअदब हूँ मैं दीवाना इस कदर तू खफ़ा हुई
बेअदब हूँ मैं दीवाना इस कदर तू खफ़ा हुई
छू लिया क्यूँ बदन तेरा? तौबा कैसी ख़ता हुई?
सारी दुनिया में कोई मेरे लायक सज़ा नहीं

मेरे दीवानेपन की भी दवा नहीं
मेरे दीवानेपन की भी दवा नहीं

चाँदनी रात में जैसे रूख-ए-गुल पे किरण पड़ी
चाँदनी रात में जैसे रूख-ए-गुल पे किरण पड़ी
बेसबब रूठ कर तेरे माथेपर यूँ शिकंद पड़ी
मेरे मेहबूब ये तेरी बेरूख़ी है, अदा नहीं

मेरे दीवानेपन की भी दवा नहीं
मेरे दीवानेपन की भी दवा नहीं



Credits
Writer(s): Anand Bakshi, Kudalkar Laxmikant, Pyarelal Ramprasad Sharma
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