Dard Jab Teri Ata Hai To Gila Kis Se Karen

दर्द जब तेरी अता है, तो गिला किससे करें
दर्द जब तेरी अता है, तो गिला किससे करें
हिज्र जब तूने दिया है, तो मिला किससे करें
दर्द जब तेरी अता है, तो गिला किससे करें

अक़्स बिखरा है तेरा टूट के आईने के साथ
अक़्स बिखरा है तेरा टूट के आईने के साथ
हो गई ज़ख़्म नज़र अक़्स चुना किससे करें
दर्द जब तेरी अता है, तो गिला किससे करें

मैं सफ़र में हूँ, मेरे साथ जुदाई तेरी
मैं सफ़र में हूँ, मेरे साथ जुदाई तेरी
हमसफ़र ग़म है तो फिर इसको जुदा किससे करें
दर्द जब तेरी अता है, तो गिला किससे करें

खिल उठे गुल या खुले दस्त-ए-हिनाई तेरे
खिल उठे गुल या खुले दस्त-ए-हिनाई तेरे
हर तरफ़ तू है तो फिर तेरा पता किससे करें
दर्द जब तेरी अता है, तो गिला किससे करें

तेरे लब तेरी निगाहें, तेरा आरिज़, तेरी ज़ुल्फ़
तेरे लब तेरी निगाहें, तेरा आरिज़, तेरी ज़ुल्फ़
इतने ज़िन्दा हैं तो इस दिल को रिहा किससे करें
दर्द जब तेरी अता है, तो गिला किससे करें

हिज्र जब तूने दिया है, तो मिला किससे करें
दर्द जब तेरी अता है, तो गिला किससे करें



Credits
Writer(s): Manzoor Ahmer, Ghulam Ali Sh
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link