Hairaton Ke Silsile Soz E Nehan Tak Aa Gaye

हैरतों के सिलसिले सोज़-ए-निहाँ तक आ गए
हैरतों के सिलसिले सोज़-ए-निहाँ तक आ गए

हम तो दिल तक चाहते थे
तुम तो जाँ तक आ गए
हैरतों के सिलसिले सोज़-ए-निहाँ तक आ गए

ज़ुल्फ़ में ख़ुश्बू ना थी या रंग आरिज़ में ना था
ज़ुल्फ़ में ख़ुश्बू ना थी या रंग आरिज़ में ना था
आप किसकी जुस्तजू में गुलसिताँ तक आ गए?

हैरतों के सिलसिले सोज़-ए-निहाँ तक आ गए

ख़ुद तुम्हें चाक-ए-गरेबाँ का शऊर आ जाएगा
ख़ुद तुम्हें चाक-ए-गरेबाँ का शऊर आ जाएगा
तुम वहाँ तक आ तो जाओ, हम जहाँ तक आ गए

हैरतों के सिलसिले सोज़-ए-निहाँ तक आ गए

उनकी पलकों पे सितारे, अपने होंठों पे हँसी
उनकी पलकों पे सितारे, अपने होंठों पे हँसी
क़िस्सा-ए-ग़म कहते-कहते, हम यहाँ तक आ गए

हम तो दिल तक चाहते थे
तुम तो जाँ तक आ गए
हैरतों के सिलसिले सोज़-ए-निहाँ तक आ गए



Credits
Writer(s): Ghulam Ali Sh, Ahmed Nadeem Qasmi
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