Sare Shaher Men Aap Sa Koi Nahin

सारे शहर में, आप सा, कोई नहीं, कोई नहीं
सच!
सारे शहर में, आप सा, कोई नहीं, कोई नहीं
कोई नहीं, कोई नहीं
कोई नहीं, कोई नहीं
यही सोचकर, रात भर मैं, सोई नहीं, सोई नहीं
सोई नहीं, हां सोई नहीं
सोई नहीं, सोई नहीं
सारे शहर में(आ हा), आप सा (आ हा), कोई नहीं, कोई नहीं

मेरा दिल जिसपे फ़िदा है
वो दिलबर वो महबूब हो तुम
मेरा दिल जिसपे फ़िदा है
वो दिलबर वो महबूब हो तुम
थोड़े से तुम हो झूठे
आदमी पर बहुत ख़ूब हो तुम
ऐ हसीना बड़ी ख़ूबसूरत है तू
ऐ हसीना बड़ी ख़ूबसूरत है तू
मुस्कराती हुई कोई मूरत है तू
मैं हूँ यहाँ और तुम हो वहाँ
ओ जान-ए-जाँ खोए हो कहाँ
कोई तुम्हारी, चीज़ तो, खोई नहीं, खोई नहीं

सारे शहर में(आ हा), आप सा (आ हा), कोई नहीं, कोई नहीं

सारे शहर में, आप सा, कोई नहीं, कोई नहीं

तुमको मेरी वफ़ा पे
जाने क्या-क्या ग़ुमाँ हो रहे हैं
तुमको मेरी वफ़ा पे
जाने क्या-क्या ग़ुमाँ हो रहे हैं
कितना भी तुम छुपाओ
अफ़साने बयाँ हो रहे हैं
इश्क़ करता हूँ आशिक़ मेरा नाम है
आ ह आशिक़ ह ह ह ह
इश्क़ करता हूँ आशिक़ मेरा नाम है
ऐश करना मेरी जाँ मेरा काम है
ऐसे भी हो तुम, वैसे भी हो
कैसे भी हो तुम, जैसे भी हो
हमको शिक़ायत, आप से, कोई नहीं, कोई नहीं
सारे शहर में(आ हा), आप सा (आ हा), कोई नहीं, कोई नहीं
कोई नहीं, हां कोई नहीं
कोई नहीं, कोई नहीं
सारे शहर में, आप सा, कोई नहीं, कोई नहीं



Credits
Writer(s): Anand Bakshi, Anandji V Shah, Kalyanji Virji Shah
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