Ahl-E-Dil (Happy Version)

अहल-ए-दिल यूँ भी निभा लेते हैं

अहल-ए-दिल यूँ भी निभा लेते हैं
दर्द सीने में छुपा लेते हैं
दर्द सीने में छुपा लेते हैं

अहल-ए-दिल यूँ भी निभा लेते हैं
दर्द सीने में छुपा लेते हैं
दर्द सीने में छुपा लेते हैं

दिल की महफ़िल में उजालों के लिए
दिल की महफ़िल में उजालों के लिए

याद की शम्मा जला लेते हैं
दर्द सीने में छुपा लेते हैं
दर्द सीने में छुपा लेते हैं

जलते मौसम में भी ये दीवाने
जलते मौसम में भी ये दीवाने

कुछ हसीं फूल खिला लेते हैं
दर्द सीने में छुपा लेते हैं
दर्द सीने में छुपा लेते हैं

अपनी आँखों को बनाकर ये ज़ुबाँ
अपनी आँखों को बनाकर ये ज़ुबाँ

कितने अफ़साने सुना लेते हैं
दर्द सीने में छुपा लेते हैं
दर्द सीने में छुपा लेते हैं

जिनको जीना है मोहब्बत के लिए
जिनको जीना है मोहब्बत के लिए

अपनी हस्ती को मिटा लेते हैं
दर्द सीने में छुपा लेते हैं
दर्द सीने में छुपा लेते हैं

अहल-ए-दिल यूँ भी निभा लेते हैं
दर्द सीने में छुपा लेते हैं
दर्द सीने में छुपा लेते हैं



Credits
Writer(s): Naqsh Lyallpuri, N/a Khaiyyaam
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