Lakhoon Hain Nighan Mein (Unplugged)

लेकिन वो बात कहाँ, हो

लाखों हैं निगाह में, ज़िंदगी की राह में
सनम, हसीन-जवाँ
होंठों में गुलाब है, आँखों में शराब है
लेकिन वो बात कहाँ, हो

लाखों हैं निगाह में, ज़िंदगी की राह में
सनम, हसीन-जवाँ
होंठों में गुलाब है, आँखों में शराब है
लेकिन वो बात कहाँ

लट है किसी की जादू का जाल
रंग डाले दिल पे किसी का जमाल
लट है किसी की जादू का जाल
रंग डाले दिल पे किसी का जमाल

तौबा, ये निगाहें कि रोकती हैं राहें
तौबा, ये निगाहें कि रोकती हैं राहें
देखो ले-ले के तीर-कमाँ, हो

लाखों हैं निगाह में, ज़िंदगी की राह में
सनम, हसीन-जवाँ
होंठों में गुलाब है, आँखों में शराब है
लेकिन वो बात कहाँ

जानूँ ना दीवाना मैं दिल का
कौन है ख़यालों की मलिका
जानूँ ना दीवाना मैं दिल का
कौन है ख़यालों की मलिका

भीगी-भीगी रुत की छाँव तले
मान लो कहीं वो आन मिले
भीगी-भीगी रुत की छाँव तले
मान लो कहीं वो आन मिले

कैसे पहचानूँ कि नाम नहीं जानूँ
कैसे पहचानूँ कि नाम नहीं जानूँ
किसे ढूँढें मेरे अरमाँ? हो

लाखों हैं निगाह में, ज़िंदगी की राह में
सनम, हसीन-जवाँ
होंठों में गुलाब है, आँखों में शराब है
लेकिन वो बात कहाँ, हो

लाखों हैं निगाह में, ज़िंदगी की राह में
सनम, हसीन-जवाँ
होंठों में गुलाब है, आँखों में शराब है
लेकिन वो बात कहाँ, हो

लेकिन वो बात कहाँ, हो
लेकिन वो बात कहाँ, हो
लेकिन वो बात कहाँ, हो
लेकिन वो बात कहाँ...



Credits
Writer(s): Majrooh Sultanpuri, O.p. Nayyar
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