Kab Tak Tu Bhagwan Se

कब तक तू भगवान से अपना आप छुपाएगा?
तेरा लिखा एक दिन तेरे सामने आएगा, सामने आएगा
कब तक तू भगवान से अपना आप छुपाएगा?
तेरा लिखा एक दिन तेरे सामने आएगा, सामने आएगा

जो सागर के अंदर सीपी बीच छुपाए मोती
देख रही है सबकुछ, लोगों, उस मालिक की ज्योति
जो सागर के अंदर सीपी बीच छुपाए मोती
देख रही है सबकुछ, लोगों, उस मालिक की ज्योति
अरे, उस मालिक की ज्योति

जग का भेदी क्या बंदे से धोखा खाएगा
तेरा लिखा एक दिन तेरे सामने आएगा

कब तक तू भगवान से अपना आप छुपाएगा?
तेरा लिखा एक दिन तेरे सामने आएगा, सामने आएगा

जिसकी मर्ज़ी बिन, ओ, मूरख, हिल ना पाए तिनका
लेख लिखा है पास उसी के तेरे एक-एक दिन का
जिसकी मर्ज़ी बिन, ओ, मूरख, हिल ना पाए तिनका
लेख लिखा है पास उसी के तेरे एक-एक दिन का
अरे, तेरे एक-एक दिन का

कहाँ फिर उसकी नज़रों से तू बच के जाएगा
तेरा लिखा एक दिन तेरे सामने आएगा

कब तक तू भगवान से अपना आप छुपाएगा?
तेरा लिखा एक दिन तेरे सामने आएगा, सामने आएगा



Credits
Writer(s): Mohan Madan, Rajinder Krishan
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