Sadiyon Purani Apni Kahani

सदियों पुरानी अपनी कहानी
मोहब्बत जिसे आज दोहरा रही है
हमें साथ देखा है इक बार फिर से
ज़माने की रफ़्तार शरमा रही है
सदियों पुरानी अपनी कहानी...

मिले थे, मिले हैं, फिर भी मिलेंगे
ये है वो सफ़र जिसकी मंज़िल नहीं

मिले थे, मिले हैं, फिर भी मिलेंगे
ये है वो सफ़र जिसकी मंज़िल नहीं
वो एक लफ़्ज़ कहते हैं जिसको "जुदाई"
मेरी दास्ताँ में तो शामिल नहीं
मेरी दास्ताँ में तो शामिल नहीं

हो, सदियों पुरानी अपनी कहानी
मोहब्बत जिसे आज दोहरा रही है
सदियों पुरानी अपनी कहानी...

ज़माने की नज़रों के अंदाज़ बदले
मगर तेरी-मेरी निगाहें ना बदली

ज़माने की नज़रों के अंदाज़ बदले
मगर तेरी-मेरी निगाहें ना बदली
बदलता रहा आसमाँ चाल अपनी
ये राही ना बदले, ये राहें ना बदली
ये राही ना बदले, ये राहें ना बदली

हो, सदियों पुरानी अपनी कहानी
मोहब्बत जिसे आज दोहरा रही है
सदियों पुरानी अपनी कहानी...

अगर ज़ुल्फ़ ज़ंजीर बनती रहेगी
मोहब्बत की तक़दीर बनती रहेगी

अगर ज़ुल्फ़ ज़ंजीर बनती रहेगी
मोहब्बत की तक़दीर बनती रहेगी
निगाहों की रंगीनियाँ कम ना होंगी
उम्मीदों की तस्वीर बनती रहेगी
उम्मीदों की तस्वीर बनती रहेगी

हो, सदियों पुरानी अपनी कहानी
मोहब्बत जिसे आज दोहरा रही है
हमें साथ देखा है इक बार फिर से
ज़माने की रफ़्तार शरमा रही है
सदियों पुरानी अपनी कहानी...



Credits
Writer(s): Rajinder Krishan, Ravi Shankar
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