Kabhi To Milegi Kahin To Milegi

कभी तो मिलेगी, कहीं तो मिलेगी
बहारों की मंज़िल, राही
बहारों की मंज़िल, राही

कभी तो मिलेगी, कहीं तो मिलेगी
बहारों की मंज़िल, राही
बहारों की मंज़िल, राही

लंबी सही दर्द की राहें
दिल की लगन से काम ले
आँखों के इस तूफ़ाँ को पी जा
आहों के बादल थाम ले

दूर तो है, पर दूर नहीं है
दूर तो है, पर दूर नहीं है
नज़ारों की मंज़िल, राही
बहारों की मंज़िल, राही

माना कि है गहरा अँधेरा
गुम है डगर की चाँदनी
मैली ना हो, धुँधली पड़े ना
देख नज़र की चाँदनी

डाले हुए है रात की चादर
डाले हुए है रात की चादर
सितारों की मंज़िल, राही
बहारों की मंज़िल, राही



Credits
Writer(s): Majrooh Sultanpuri, Roshan
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