Mangal bhavan (Live)

Mukesh जो आप सब के प्रिय गायक थे, मेरे बड़े भैया थे
उनके स्वर्गवास की ख़बर से
दुनिया के कोने-कोने में संगीत के लाखों प्रेमियों की आँखों से आँसू बहे हैं

मेरी आँखों ने उन्हें America में दम तोड़ते देखा
आँसू भरी आँखों से मैंने Mukesh भैया के पार्थिव शरीर को America से भारत के लिए विदा होते देखा
Mukesh भैया को श्रद्धांजलि अर्पण करूँ तो किन शब्दों में?
जिनमें एक बहन की भावनाएँ सिसकती हैं?
या जनमें एक कलाकार दूसरे कलाकार की महान कला की प्रशंसा करता है?
या फिर उन शब्दों में जिनमें एक महान आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पण की जाती है?

Mukesh भैया एक महान कलाकार थे
एक महान आत्मा थे और बहुत प्यारे भैया थे
३० बरस से उनकी मधुर आवाज़ ने कितने लोगों का मनोरंजन किया
इसकी गिनती करते-करते ना जाने कितने ही वर्ष बीत जाएँगे

Mukesh भैया जीवन में तरह-तरह के दुखों का सामना करते-करते एक संयमी पुरूष बन गए थे
इसीलिए मर्यादापुरूषोत्तम प्रभु राम का नाम हर समय उनके होंठों पे रहता था

मंगल भवन, अमंगल हारी
द्रबहु सु दसरथ, अजिर बिहारी (Mukesh भैया, आप एक महान कलाकार थे)
एक महान आत्मा थे और बहुत प्यारे भैया थे

जब-जब पुरानी बातें याद आती हैं तो आँखें भर आती हैं



Credits
Writer(s): Traditional, Suryakant Pancholi
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