Jane Kahan Gaye Wo Din (Live)

गए २५ साल में हम ने कितने ही गाने साथ गाए
ज़िंदगी के कितने ही उतार-चढ़ाव देखे
कितने अच्छे थे वो दिन

जाने कहाँ...
जाने कहाँ गए वो दिन
कहते थे; तेरी राह में
नज़रों को हम बिछाएँगे

चाहे कहीं भी तुम रहो
चाहेंगे तुम को उम्र-भर
तुम को ना भूल पाएँगे

जाने कहाँ गए वो दिन
कहते थे; तेरी राह में
नज़रों को हम बिछाएँगे

मेरे क़दम जहाँ पड़े
सजदे किए थे यार ने
मेरे कदम जहाँ पड़े
सजदे किए थे यार ने
मुझको रुला-रुला दिया
जाती हुई बहार ने

जाने कहाँ गए वो दिन
कहते थे; तेरी राह में
नज़रों को हम बिछाएँगे

चाहे कहीं भी तुम रहो
चाहेंगे तुम को उम्र-भर
तुम को ना भूल पाएँगे

इस दिल के आशियाँ में अब
उन के ख़याल रह गए
इस दिल के आशियाँ में अब
उन के ख़याल रह गए
तोड़ के दिल वो चल दिए
हम फिर अकेले रह गए

जाने कहाँ गए वो दिन
कहते थे; तेरी राह में
नज़रों को हम बिछाएँगे

चाहे कहीं भी तुम रहो
चाहेंगे तुम को उम्र-भर
तुम को ना भूल पाएँगे



Credits
Writer(s): Jaikshan Shankar, Jaipuri Hasrat
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