Laila

मेरे सर पे होगी धुन तेरी
तेरे सर पे मेरा फ़ितूर होगा
मुझे तुमपे नाज़ है जितना
तुम्हें मुझपे उतना ग़ुरूर होगा

मैं लैला की तरह
तू मजनू सा मशहूर होगा

देखना, ये एक दिन ज़रूर होगा
देखना, ये एक दिन ज़रूर होगा
देखना, ये एक दिन ज़रूर होगा
देखना, ये एक दिन ज़रूर होगा

चाँदनी से धूप तक वहीं पे बिखरेगी
जिस जगह मिलेंगे हम, ये देखना
आसमाँ भी टूटेगा, ज़मीं भी पिघलेगी
जिस जगह मिलेंगे हम, ये देखना

बेचैनियों का समाँ रहेगा
होगा ये भी, देखना
दर्द में ये जहाँ रहेगा
होगा ये भी, देखना
हाँ, यही होगा

थोड़ा-थोड़ा तेरा होगा
थोड़ा-थोड़ा मेरा क़ुसूर होगा
मुझे तुमपे नाज़ है जितना
तुम्हें मुझपे उतना ग़ुरूर होगा

मैं लैला की तरह
तू मजनू सा मशहूर होगा

देखना, ये एक दिन ज़रूर होगा
देखना, ये एक दिन ज़रूर होगा
देखना, ये एक दिन ज़रूर होगा
देखना, ये एक दिन ज़रूर होगा



Credits
Writer(s): Abhendra Kumar Upadhyay, Vishal Mishra
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link