Dil Dhadakne Do

हर दिल की अपनी ताल है
अपना ही इक राग है
हर दिल की अपनी धड़कनें
अपनी ही इक आग है

जज़्बात पिघले-पिघले हैं तो क्यूँ ना हों?
ख़यालात बहके-बहके हैं तो क्यूँ ना हों?

हर दिल धड़कने दो
दिल धड़कने दो
दिल धड़कने दो

लोग क्या कहेंगे, छोड़ो सारे ऐसे तुम बहाने
दिल धड़कने दो

हर लम्हे को जो पूरी तरह से नहीं जी सके
हाथों में उस के हो जाम, फिर भी नहीं पी सके

ज़िंदगी है क्या, जाने वो क्या
खुशियों को पहचाने वो क्या
हम तो यही समझाएँगे उसे

सपने जो हैं सजाने, थोड़े से बनो दीवाने
दिल धड़कने दो (दिल)
(दिल धड़कने दो)
दिल धड़कने दो
दिल धड़कने दो

दुनियाँ जो बुरा माने, बन के तुम अंजाने
दिल धड़कने दो

ज़िंदगी के १०० रंग हैं
ये बातें सुन लो, जान लो
सब के अपने ही ढंग हैं
ये बातें समझो, मान लो (समझो, मान लो)

कोई जो खोया-खोया है तो क्यूँ ना हो?
कोई जो बदला-बदला है तो क्यूँ ना हो?

हर दिल की अपनी ताल है
अपना ही इक राग है
हर दिल की अपनी धड़कनें
अपनी ही इक आग है

जज़्बात पिघले-पिघले हैं तो क्यूँ ना हों?
ख़यालात बहके-बहके हैं तो क्यूँ ना हों?

दिल धड़कने दो
दिल धड़कने दो
दिल धड़कने दो

दुनियाँ जो बुरा माने, बन के तुम अंजाने
दिल धड़कने दो
दिल धड़कने दो
दिल धड़कने दो

हो, सपने जो हैं सजाने, थोड़े से बनो दीवाने
दुनियाँ जो बुरा माने, बन के तुम अंजाने
लोग क्या कहेंगे, छोड़ो सारे ऐसे तुम बहाने
(दिल धड़कने दो)



Credits
Writer(s): Javed Akhtar
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