Ghanghor

আজি ঝড়ের রাতে তোমার অভিসার
পরানসখা বন্ধু হে আমার

घनघोर बरखा की है ये रैना
ओ, मनमीत, ओ, मेरे जीवन के प्यार
घनघोर बरखा की है ये रैना
ओ, मनमीत, ओ, मेरे जीवन के प्यार

बरसे गगन से जैसे के आँसू
तरसे निंदिया को मेरे नैना
बरसे गगन से जैसे के आँसू
तरसे निंदिया को मेरे नैना

देखूँ कब से राह तेरी प्रीतम
खोली मैं अपने द्वार

ओ, मनमीत, ओ, मेरे जीवन के प्यार
घनघोर बरखा की है ये रैना
ओ, मनमीत, ओ, मेरे जीवन के प्यार

बाहर कुछ दिखे ही नहीं पार
कौन है राह जो तुम्हें शायद ला
जाने कौन सी नदी किनारे!
जंगल की कोई राह निहारे

जाने कौन सी नदी किनारे!
जंगल की कोई राह निहारे
फैली है जहाँ अंधियारे
करते हो तुम उन्हें पार

ओ, मनमीत, ओ, मेरे जीवन के प्यार
घनघोर बरखा की है ये रैना
ओ, मनमीत, ओ, मेरे जीवन के प्यार

घनघोर बरखा की है ये रैना
ओ, मनमीत, ओ, मेरे जीवन के प्यार
घनघोर बरखा की है ये रैना
ओ, मनमीत, ओ, मेरे जीवन के प्यार



Credits
Writer(s): Javed Akhtar, Soumik Datta
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