Tanha Tanha Ghum Ke Dhunde Dil

तन्हा-तन्हा घूम के ढूँढे दिल जिसे
लम्हा-लम्हा बीत के गुज़रे दिल जिसे
फिरता हूँ सजा के इन आँखों में उसे
मिलता हूँ रोज़ अपनी मैं बातों में उसे

तन्हा-तन्हा घूम के ढूँढे दिल जिसे
लम्हा-लम्हा बीत के गुज़रे दिल जिसे

दिल की दुआ पे है लिख लिया उसे
पढ़ता हूँ मैं जब-जब साँस लूँ
जब-जब साँस लूँ

दिल करता है कि खुद के लिए मैं
उस से जा के उसको माँग लूँ
उसको माँग लूँ

फिरता हूँ सजा के इन आँखों में उसे
मिलता हूँ रोज़ अपनी मैं बातों में उसे
तन्हा-तन्हा घूम के ढूँढे दिल जिसे
लम्हा-लम्हा बीत के गुज़रे दिल जिसे

नज़रों में मेरी तो तू ही बसी है
कैसे मैं किसी को देख लूँ?
किसी को देख लूँ

तेरा हुआ हूँ मैं खुद से भी ज़्यादा
कैसे फिर मैं खुद को रोक लूँ
खुद को रोक लूँ

फिरता हूँ सजा के इन आँखों में उसे
मिलता हूँ रोज़ अपनी इन बातों में उसे
तन्हा-तन्हा घूम के ढूँढे दिल जिसे
लम्हा-लम्हा बीत के गुज़रे दिल जिसे



Credits
Writer(s): A.m. Turaz
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