Shaam Hai Dhuvan Dhuvan

राख़ के ढेर में जलते हुए शोलों को
हाथ मत लगा, जल जाएगी
नाम मेरा शबनम है
पर आग तो मैं भी हूँ, शाका

दिलजले, दिलजले
ओ, लाले, यहाँ तो सभी दिलजले हैं
Hahahahahaha!

शाम है धुआँ-धुआँ
शाम है धुआँ-धुआँ
हो, शाम है धुआँ-धुआँ
जिस्म का रुआँ-रुआँ

उलझी-उलझी साँसों से
बहकी-बहकी धड़कन से
कह रहा है आरज़ू की दास्ताँ

हो, शाम है धुआँ-धुआँ
शाम है धुआँ-धुआँ

आरज़ू झूठ है, कहानी है
आरज़ू का फ़रेब खाना नहीं
ख़ुश जो रहना हो ज़िंदगी में तुम्हें
दिल किसी से कभी लगाना नहीं

मेरे दिल पे जो लिखा है, वो तुम्हारा नाम है
मेरी हर नज़र में, जानाँ, तुम को सलाम है
मुझ को तुम से प्यार है, मुझ को तुम से प्यार है
मुझ को तुम से प्यार है, प्यार है, प्यार है

गूँजते हैं मेरे प्यार से ये ज़मीन-आसमाँ

हो, शाम है धुआँ-धुआँ
हाए, शाम है धुआँ-धुआँ

क्यूँ बनाती हो तुम रेत के ये महल?
जिनको एक रोज़ ख़ुद ही मिटाओगी तुम
आज कहती हो इस दिलजले से प्यार है तुम्हें
कल मेरा नाम तक भूल जाओगी तुम

तुम्हें क्यूँ यक़ीं नहीं है कि मैं प्यार में हूँ गुम?
हो, मेरे ख़ाबों में तुम्हीं हो, मेरे दिल में तुम ही तुम
मुझ को तुम से प्यार है, मुझ को तुम से प्यार है
मुझ को तुम से प्यार है, हाँ, प्यार है, hmm, प्यार है

प्यार में निसार हो गए मेरे जिस्म और जाँ

शाम है धुआँ-धुआँ
जिस्म का रुआँ-रुआँ

उलझी-उलझी साँसों से
बहकी-बहकी धड़कन से
कह रहा है आरज़ू की दास्ताँ

हो, शाम है धुआँ-धुआँ
Hey, शाम है धुआँ-धुआँ

एक पल में जो आकर गुज़र जाता है
ये हवा का वो झोंका है, और कुछ नहीं
"प्यार" कहती है ये सारी दुनिया जिसे
एक रंगीन धोखा है, और कुछ नहीं



Credits
Writer(s): Anu Malik, Javed Akhtar
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