Ek Nai Subah Ka Paigam

सूर्या

एक नई सुबह का पैग़ाम लेकर आएगा, सूर्या
आसमाँ का धरती को सलाम लेकर आएगा, सूर्या
एक नई सुबह का पैग़ाम लेकर आएगा, सूर्या
आसमाँ का धरती को सलाम लेकर आएगा, सूर्या
सूर्या

उम्र इस अँधेरे की रात-भर है
होने ही वाली पल में सहर है
साथियों हिम्मत ना हार जाना
चार क़दम बस और सफ़र है

आशा का संदेश तेरे नाम लेकर आएगा, सूर्या
आसमाँ का धरती को सलाम लेकर आएगा, सूर्या
सूर्या

आएगी इंसाफ़ की हुक्मरानी
अब ना बहेगा ख़ून होकर पानी
उठ रौशनी का लहरा दे परचम
उठ रौशनी का लहरा दे परचम
कर दे नई ये दुनिया पुरानी

तेरी क़ुर्बानी का इनाम लेकर आएगा, सूर्या
आसमाँ का धरती को सलाम लेकर आएगा, सूर्या
सूर्या

जो हल चलाए उसकी ज़मीं हो
ये फ़ैसला हो, आज और यहीं हो
अब तक हुआ है और अब ना होगा
मेहनत कहीं हो, दौलत कहीं हो

ये हुक्म दुनिया के नाम लेकर आएगा, सूर्या
आसमाँ का धरती को सलाम लेकर आएगा, सूर्या
एक नई सुबह का पैग़ाम लेकर आएगा, सूर्या
आसमाँ का धरती को सलाम लेकर आएगा, सूर्या
सूर्या



Credits
Writer(s): Laxmikant Kudalkar, Sharma Pyarelal, Hasan Kamaal
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link