Dil Ne Kaha

Hmm, पहले-पहले तुमसे मिली जो निगाहें तो ये दिल ने कहा था
"अरे, यही तो है वो जिसे ढूँढ रहे थे जज़्बात तुम्हारे
चलो, शुक्र करो कि जिसे चाहा था, आज तुम्हें मिल गया, हाय"

ख़ाबों की नवाज़िशें हैं, चाहतों की बारिशें हैं
डूब चले हैं जिसमें मैं भी और तुम भी
हलकी-हलकी सी दीवानगी है, हलकी-हलकी मस्ती
दोनों खुश हैं कि देखो अपनी आरज़ू का गुलशन खिल गया, ओए

साँसें रुकने लगी, पलकें झुकने लगी
हो-न-हो, ये मोहब्बत है

ओ, देखो धीरे-धीरे, बातों-बातों में अब हो गया है कैसा कमाल
ओ, देखो हौले-हौले, आँखों-आँखों में दिल हो गया है कैसा निहाल
ओ, देखो धीरे-धीरे, बातों-बातों में अब हो गया है कैसा कमाल

हो, रस्ते सहले हो गए हैं सारे तू जो मेरे साथ है
जगमग पल हैं जैसे तारे, दिन है कि रात है?
ओ, तेरे चेहरे की रोशनी से राहें मेरी हो गई हैं रोशन
हो, तेरी खुशबू से महके हैं जैसे हर पल मेरे तन-मन

कैसा है ये जुनूँ दिल को दे जो सुकूँ?
हो-न-हो, ये मोहब्बत है

ओ, देखो धीरे-धीरे, बातों-बातों में अब हो गया है कैसा कमाल
ओ, देखो हौले-हौले, आँखों-आँखों में दिल हो गया है कैसा निहाल
ओ, देखो धीरे-धीरे, बातों-बातों में अब हो गया है कैसा कमाल

हाय, पहले-पहले तुमसे मिली जो निगाहें तो ये दिल ने कहा था
"अरे, यही तो है वो जिसे ढूँढ रहे थे जज़्बात तुम्हारे
चलो, शुक्र करो कि जिसे चाहा था, आज तुम्हें मिल गया, हाय"

हाय, ख़ाबों की नवाज़िशें हैं, चाहतों की बारिशें हैं
डूब चले हैं जिसमें मैं भी और तुम भी
हलकी-हलकी सी दीवानगी है, हलकी-हलकी मस्ती
दोनों खुश हैं कि देखो अपनी आरज़ू का गुलशन खिल गया, ओए

साँसें रुकने लगी, पलकें झुकने लगी
हो-न-हो, ये मोहब्बत है

ओ, देखो धीरे-धीरे, बातों-बातों में अब हो गया है कैसा कमाल
ओ, देखो हौले-हौले, आँखों-आँखों में दिल हो गया है कैसा निहाल
ओ, देखो धीरे-धीरे, बातों-बातों में अब हो गया है कैसा कमाल



Credits
Writer(s): Javed Akhtar, Jagjit Singh
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