Jaan Se Pyari Shiv Shankar Ki Murti (Female Version)

मुझे जान से प्यारी है, शिव शंकर की मूर्ति
सारे जग से न्यारी है, शिव शंकर की मूर्ति
शिव शंकर की मूर्ति, अभयंकर की मूर्ति
बड़ी सिद्धि कारक है, शिव शंकर की मूर्ति
मुझे जान से प्यारी है, शिव शंकर की मूर्ति

सौ सूरज का तेज सा उसके मुखड़े पर है झलक रहा
नैनों से संजीवनी जैसा पावन अमृत छलक रहा
सौ सूरज का तेज सा उसके मुखड़े पर है झलक रहा
नैनों से संजीवनी जैसा पावन अमृत छलक रहा

मन मोहक सुख दाई है, शिव शंकर की मूर्ति
मेरी सदा सहाई है, शिव शंकर की मूर्ति
मुझे जान से प्यारी है, शिव शंकर की मूर्ति

कानों में बिछुओं के कुंडल, गले नाग की माला है
अर्ध चंदा उसके मस्तक जचता बहुत निराला है
कानों में बिछुओं के कुंडल, गले नाग की माला है
अर्ध चंदा उसके मस्तक जचता बहुत निराला है

बड़ी मंगल सुभ कारी है, शिव शंकर की मूर्ति
सारे कष्ट निवारक है, शिव शंकर की मूर्ति
मुझे जान से प्यारी है, शिव शंकर की मूर्ति

इसके सनमुख अलग जगा के कुंदन होती काया है
आस की झोली खोल के मैंने जो माँगा सो पाया है
हाँ, इसके सनमुख अलग जगा के कुंदन होती काया है
आस की झोली खोल के मैंने जो माँगा सो पाया है

मुँह माँगा फल देती है, शिव शंकर की मूर्ति
मेरे मन में बसती है, शिव शंकर की मूर्ति

मुझे जान से प्यारी है, शिव शंकर की मूर्ति
सारे जग से न्यारी है, शिव शंकर की मूर्ति
मुझे जान से प्यारी है, शिव शंकर की मूर्ति
शिव शंकर की मूर्ति



Credits
Writer(s): Balbir Nirdosh, Lal Sinha, Arvind Hasabnis
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