Phir Se Aaiyo Badra Bidesi

फिर से आईयो बदरा बिदेसी
तेरे पंखों पे मोती जड़ूँगी
भर के जाईयो हमारी तलैया
मैं तलैया किनारे मिलूँगी

तुझे मेरे काले कमली वाले की ਸੌਂਹ
हो, तुझे मेरे काले कमली वाले की ਸੌਂਹ

फिर से आईयो बदरा बिदेसी
तेरे पंखों पे मोती जड़ूँगी

तेरे जाने की रुत मैं जानती हूँ
मुड़ के आने की रीत है कि नहीं?
हो, काली दरगाह से पूछूँगी जा के
तेरे मन में भी प्रीत है कि नहीं?

कच्ची पुलिया से होके गुजरियो
कच्ची पुलिया किनारे मिलूँगी

फिर से आईयो बदरा बिदेसी
तेरे पंखों पे मोती जड़ूँगी
तुझे मेरे काले कमली वाले की ਸੌਂਹ
हो, तुझे मेरे काले कमली वाले की ਸੌਂਹ

तू जो रुक जाए मेरी अटरिया
मैं अटरिया पे झालर लगा दूँ
डालूँ चार चाबीज़ गले में
अपने काजल से बिंदिया लगा दूँ

छू के जाईयो हमारी बगीचे
मैं पीपल के आड़े मिलूँगी

फिर से आईयो बदरा बिदेसी
तेरे पंखों पे मोती जड़ूँगी
तुझे मेरे काले कमली वाले की ਸੌਂਹ
हो, तुझे मेरे काले कमली वाले की ਸੌਂਹ



Credits
Writer(s): Gulzar, Rahul Dev Burman
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