Kaise Bhaye Sakhi Rut Sawan Ki

कैसे भाए, सखी, रुत सावन की
कैसे भाए, सखी, रुत सावन की
पिया भेजी ना पतियाँ आवन की
पिया भेजी ना पतियाँ आवन की
कैसे भाए, सखी, रुत सावन की

छम, छम, छम, छम बरसत बदरा
छम, छम, छम, छम बरसत बदरा
रोए-रोए नैनों से बह गयो कजरा

आग लगे ऐसे सावन को
आग लगे ऐसे सावन को
जान जलावे जो बिरहन की

कैसे भाए, सखी, रुत सावन की

धुन बनसी की सावनिया गाए
...सावनिया गाए
धुन बनसी की सावनिया गाए
घायल मन सुन डोलत जाए

बनके अगन अँखियन में भड़के
बनके अगन अँखियन में भड़के
आस लगी पिया दरसन की

कैसे भाए, सखी, रुत...
कैसे भाए, सखी, रुत...

म-म-रे-सा, नि-सा-रे, नि-रे-नि-ध-नि-सा
म-प-ध-नि-सा, रे-सा-रे-नि-सा, ध-नि-पा
म-रे-प, ग-म-रे-सा, प-म-रे, प-म-नि-ध-सा
म-प-ध-नि-सा, नि-नि-प-म-ग-म-रे-सा-नि-ध
प-म-ग-रे-सा-नि-सा, प-म-ग-रे-सा-नि-सा सावन की

कैसे भाए, सखी, रुत...
...सावन की



Credits
Writer(s): Rajinder Krishan, Chitalkar Ramchandra
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