O Raat Ke Musafir

ओ रात के मुसाफ़िर
चंदा ज़रा बतादे
मेरा कुसूर क्या है तू फ़ैसला सुना दे
ओ रात के मुसाफ़िर
चंदा ज़रा बतादे
मेरा कुसूर क्या है
तू फ़ैसला सुना दे

है भूल कोई दिल की आखों की ख़ता है
कुछ भी नहीं तो मुझसे फिर क्यों कोई ख़फ़ा है
है भूल कोई दिल की आंखों की ख़ता है
कुछ भी नहीं तो मुझसे फिर क्यों कोई ख़फ़ा है
फिर क्यों कोई ख़फ़ा है
मंज़ूर है वो मुझको जो कुछ भी तू सज़ा दे
मेरा कुसूर क्या है तू फ़ैसला सुना दे
ओ रात के मुसाफ़िर चंदा ज़रा बतादे
मेरा कुसूर क्या है तू फ़ैसला सुना दे

दिल पे किसी को अपने क़ाबू नहीं रहा है
ये राज़ मेरे दिल से आंखों ने ही कहा है

दिल पे किसी को अपने क़ाबू नहीं रहा है
ये राज़ मेरे दिल से आंखों ने ही कहा है
आँखों ने ही कहा है

आँखों ने जो है देखा दिल किस तरह भुला दे
मेरा कुसूर क्या है तू फ़ैसला सुना दे

ओ चाँद आसमाँ के दम भर ज़मीं पे आजा
भूल हुआ है राही तू रास्ता दिखा जा
तू रास्ता दिखा जा
भटकी हुई है नइया साहिल इसे दिखा दे
मेरा कुसूर क्या है तू फ़ैसला सुना दे
ओ रात के मुसाफ़िर चंदा ज़रा बतादे
मेरा कुसूर क्या है तू फ़ैसला सुना दे



Credits
Writer(s): Rajinder Krishan, Hemant Kumar
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