Pehli Baar

पहली बार है जी,पहली बार है जी
इस कदर किसी की धुन सवार है जी
जिसकी आस में हुई सुबह से दोपहर
शाम को उसी का इंतज़ार है जी

होश है ज़रा
ज़रा-ज़रा खुमार है जी

छेड़ के गया
वो ऐसे दिल के तार है जी

पहली बार है जी, पहली बार है जी
इस कदर किसी की धुन सवार है जी
जिसकी आस में हुई सुबह से दोपहर
शाम को उसी का इंतज़ार है जी

हड़बड़ी में हर घड़ी है
धड़कने हुई बावरी
सारा दिन उससे ढूँढते रहे
नैनो की लगी नौकरी
दिख गयी तो है उसी में
आज की कमाई मेरी
मुस्कुरा भी दे तो मुझे लगे
जीत ली कोई lottery

दिल की हरकतें
मेरी समझ के पार है जी
हे,इश्क़ है इसे
या मौसमी बुखार है जी

पहली बार है जी, पहली बार है जी...

सारी सारी रात जागूं
Radio पे गाने सुनु
छत पे लेट के
गिन चूका हूँ जो
रोज़ वो सितारे गिनुं

क्यूँ न जानू दोस्तों की
दोस्ती में दिल ना लगी
सबसे वास्ता तोड़ ताड़ के
चाहता हूँ तेरा बनू

अपने फैसले, पे मुझको ऐतबार है जी
ओ हो, तू भी बोल दे, की तेरा विचार है जी

ला रे, ला रे, रा रा, रारा रा
रारा रारा, रा रारा...



Credits
Writer(s): Vishal Dadlani, Raj Kaushal, Samrat, Shiraz
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