Main Rickshwala

मैं रिक्शा वाला, मैं रिक्शा वाला
है चार के बराबर ये दो टाँग वाला
कहाँ चलोगे, बाबू? कहाँ चलोगे, लाला?
कहाँ चलोगे, बाबू? कहाँ चलोगे, लाला?
मैं रिक्शा वाला, मैं रिक्शा वाला

दूर, दूर, दूर कोई मुझको बुलाए, मुझको बुलाए
क्या करूँ, दिल उसे भूल ना पाए, भूल ना पाए
मैं रिश्ते जोड़ूँ दिल के, मुझे ही मंज़िल पे
कोई ना पहुँचाए, कोई ना पहुँचाए

मैं रिक्शा वाला, मैं रिक्शा वाला
है चार के बराबर ये दो टाँग वाला
कहाँ चलोगे, बाबू? कहाँ चलोगे, लाला?
कहाँ चलोगे, बाबू? कहाँ चलोगे, लाला?
मैं रिक्शा वाला, मैं रिक्शा वाला

थी कभी चाँद तक अपनी उड़ान, अपनी उड़ान
अब ये धूल, ये सड़क अपना जहान, अपना जहान
जो कोई देखे, चौंके, ऊपर वाला भी सोचे
ये कैसा इंसान, ये कैसा इंसान

मैं रिक्शा वाला, मैं रिक्शा वाला
है चार के बराबर ये दो टाँग वाला
कहाँ चलोगे, बाबू? कहाँ चलोगे, लाला?
कहाँ चलोगे, बाबू? कहाँ चलोगे, लाला?
मैं रिक्शा वाला, मैं रिक्शा वाला

रात-दिन, हर घड़ी एक सवाल, एक सवाल
"रोटियाँ कम हैं क्यूँ? क्यूँ है अकाल? क्यूँ है अकाल?
क्यूँ दुनिया में कमी है? ये चोरी किस ने की है?
कहाँ है सारा माल? कहाँ है सारा माल?"

मैं रिक्शा वाला, मैं रिक्शा वाला
है चार के बराबर ये दो टाँग वाला
कहाँ चलोगे, बाबू? कहाँ चलोगे, लाला?
कहाँ चलोगे, बाबू? कहाँ चलोगे, लाला?
मैं रिक्शा वाला, मैं रिक्शा वाला



Credits
Writer(s): Shailendra, Jaikshan Shankar
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