Yeh Dard Bhara Afsana

ये दर्द भरा अफ़साना,
सुन ले अनजान ज़माना ज़माना
मै हूँ इक पागल प्रेमी,
मेरा दर्द न कोई जाना.
मै हूँ इक पागल प्रेमी,
मेरा दर्द न कोई जाना.

कोई भी वादा, याद न आया
कोई क़सम भी, याद न आयी
मेरी दुहाई, सुन ले खुदाई
मेरे सनम ने, की बेवफाई
दिल टूट गया दीवाना
सुन ले अनजान ज़माना ज़माना
मै हूँ इक पागल प्रेमी,
मेरा दर्द न कोई जाना.
मै हूँ इक पागल प्रेमी,

मेरा दर्द न कोई जाना.

यादे पुरानी, आने लगी क्या
आंखे झुका ली, क्या दिल मे आया
देखो नज़ारा, दिलबर हमारा
कैसी हमारी, महफ़िल मे आया
है साथ कोई, बेगाना
सुन ले अनजान ज़माना ज़माना
मै हू इक पागल प्रेमी,
मेरा दर्द न कोई जाना.
मै हूँ इक पागल प्रेमी,
मेरा दर्द ना कोई जाना.



Credits
Writer(s): Anand Bakshi, Kudalkar Laxmikant, Pyarelal Ramprasad Sharma
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